गुरुवार, मार्च 17

Lobh

लोभ 

यथोपयुक्त प्रयोजन को 
अतिक्रम कर 
अतिरिक्त की उदग्रीव आकांक्षा को ही 
लोभ कहा जा सकता है ; -- 
तुम उस अतिक्रमण से 
सावधान रहो, 
कारण, वह तुम्हें 
अवसन्नता में परिचालित कर 
मृत्यु में निःशेष कर सकता है !  |34|

--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र, चलार साथी

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