CHALAAR SATHI
मंगलवार, मार्च 22
Ahm Ki Sevaa
अहंमकी सेवा
सेवा जहाँ स्वास्थ्य, आनन्द
और उन्नति नहीं ला सके
किन्तु परिश्रम, उत्कंठा
और आकुलता
सब ही व्यर्थता में निःशेष हो जाता है--
तो निश्चय जानो
वह सेवा अहंमकी सेवा है ! |41|
--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र,
चलार साथी
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