CHALAAR SATHI
सोमवार, नवंबर 28
Yaajan Mein Unnayan
याजन में उन्नयन
याजन
याजित जो है
उसे नवीन करके
नाना तरह से उपभोग कराता है ; --
इसीलिये, ज्ञान या प्रेम का याजन
उन्नति का एक
सहज सोपान है ! |57|
--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र,
चलार साथी
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