CHALAAR SATHI
बुधवार, नवंबर 16
Kaamdaman Mein Prem
कामदमन में प्रेम
प्रेम को अवलंबन किये बगैर
जो काम को दमन करने जाता है
साधारणतः विकट उत्थान में
काम ही उसे
विध्वस्त कर देता है ! |50|
--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र,
चलार साथी
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