शनिवार, अक्टूबर 2

Siddhi Ka Path

सिद्धि का पथ 


समर्थ नहीं होने की चिन्ता
या समर्थता में संदेह
कार्यतः 'असमर्थता' को ही
उत्पन्न करता है ; --
असमर्थता या संदेह को भगा दो --
लगे रहो,
चेष्टा करो,
सिद्धि तुम्हारे सामने है !  |25|

--: श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र, चलार साथी

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