शुक्रवार, अक्टूबर 1

Samarthataa Mein 'Haan'

समर्थता में 'हाँ'

समर्थता और असमर्थता में
उतना ही अंतर है
जितना कि 'हाँ' और 'ना' में,
समर्थता में जो 'ना' को नहीं बुलाता है,
जिसे समर्थ होने के विषय में कोई
प्रश्न ही नहीं
बल्कि कर्म को अवलंबन करता है,--
करने के आनंद में किसी में वह रुकता नहीं
वह समर्थ होता है !  |23|

--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचंद्र, चलार साथी

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